Tuesday, September 2, 2008
बिहार : बाढ़ का कहर जारी : मदद की गुहार
प्रस्तुतकर्ता SANJEET KUMAR पर 2:13 AM
Tuesday, July 29, 2008
सचमुच आप प्रेरणा से कम नही हो सर जी.
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 10:20 AM 0 टिप्पणियाँ
काश देश का हर गाँव ऐसा करता..
अरुण गुप्ता ,दैनिक जागरण से सम्बद्ध हैं। ये ''कुछ हट के'' नम के ब्लॉग के मोडेरेटर भी हैं। अरुण अपने ब्लॉग पर गाँव से जुड़ी बात को शिद्दत से उठाते हैं.उन्होंने एक ऐसे गाँव की चर्चा की है जहाँ के लोगों ने नशा के विरोध में कुछ ऐसे कदम उठाए:-
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 10:13 AM 1 टिप्पणियाँ
Monday, July 28, 2008
गूगल ने किया फ़िर नया धमाका
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 11:46 PM 0 टिप्पणियाँ
Saturday, July 26, 2008
आइए बिहार के इस पत्रकार की हरसंभव मदद करें....
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:30 AM 1 टिप्पणियाँ
इस गली में बालिका शिक्षा की असली तस्वीर दिखती है...दैनिक जागरण बेगुसराय के रिपोर्टर ने दिखाया सच
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*बेगुसराय का एक मात्र महादलित और अतिपिछडा वर्ग की पंचायत कुसमहौत की आठ हजार की आबादी में एक भी लड़की मैट्रिक पास नही
सदर प्रखंड के एक मात्र महादलित व अतिपिछड़ा वर्ग की पंचायत कुसमहौत में आज भी उच्च शिक्षा की किरण नहीं पहुंची है। पंचायत की करीब आठ हजार की आबादी में एक भी लड़की मैट्रिक पास नहीं है। यहां की लड़कियों के मैट्रिक पास से वंचित रहने का मुख्य कारण उच्च विद्यालय का अभाव बताया जा रहा। यहां से करीब आठ किलोमीटर दूर चांदपुरा में उच्च विद्यालय है जहां जाने-आने की कोई सुविधा नहीं। लड़कियों के मैट्रिक पास न रहने से अच्छे परिवार में रिश्ता तय करने में भी परेशानी आती है। चाहे वह खूबसूरत ही क्यों न हों। बताते चलें कि पंचायत में 1956 में एक प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गयी थी। जिसमें वर्तमान में 12 शिक्षक व 758 विद्यार्थी है। जिसमें 428 लड़कियां ही नामांकित है। इससे यहां लड़कियों में पढ़ने के प्रति पैदा हुई ललक का अंदाजा लगाया जा सकता है। उच्च विद्यालय के नहीं रहने से लड़कियां मध्य विद्यालय से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती है। सातवीं कक्षा की छात्रा किरण कुमारी, पूनम कुमारी, माधुरी कुमारी छठे कक्षा की चांदनी कुमारी, काजल कुमारी को गांव में उच्च विद्यालय नहीं रहने का अफसोस है। उनका कहना है कि अभिभावक आवागमन व सुरक्षा कारणों से उन्हे बाहर पढ़ने के लिए नहीं भेज पाते है। पंसस पवन राय भी स्वीकारते हैं इस पंचायत के पिछड़ेपन की मुख्य वजह अशिक्षा है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी यहां के लोग 70 प्रतिशत निरक्षर है। पंचायत के महादलित मुखिया उमदा देवी ने का कहना है कि यह पंचायत शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली हर दृष्टि से उपेक्षित है। मुखिया बताती है कि इसी वर्ष 3 फरवरी को जद यू कार्यकर्ता सम्मेलन में स्थानीय सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से ग्रामीणों ने कस्तुरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की मांग की गयी थी। उन्होंने इसकी स्वीकृति दिलाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। पंचायत के मुखिया उमदा देवी, पंसस पवन राय एवं समस्त ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कस्तूरबा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:07 AM 0 टिप्पणियाँ
लन्दन के पाँच वर्ष के बच्चे ने झाडू का पेटेंट करवाया
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 7:45 AM
Friday, July 25, 2008
बाईस किलोग्राम का टयूमर था महिला के पेट में
बेगूसराय के कारीचक-छपकी गांव निवासी मो. जैनू की पत्नी मासूमा खातून के पेट से गुरुवार को डा. शैलेन्द्र लाल के क्लीनिक में तीन घंटे के आपरेशन के बाद 22 किलो मांस का लोथड़ा (ट्यूमर) निकाला गया। तो उसे देखने लोगों की भीड़ जमा हो गयी। पीड़ित परिवार के अनुसार, मासूमा खातून पांच साल से बीमार थी। लेकिन उसे यह मालूम नहीं था कि उसके पेट के अंदर मांस का गोला पल रहा है। तीन दिनों पहले वह डा. शैलेन्द्र लाल के क्लीनिक में जांच कराने आयी। डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन करवाने को कहा। रिपोर्ट में महिला के पेट में ओवेरियन सिष्ट पाया गया है। डाक्टर लाल द्वारा सफलता पूर्वक किये गये इस आपरेशन की चर्चा पूरे इलाके में व्याप्त है।
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 4:13 AM 0 टिप्पणियाँ
Wednesday, July 16, 2008
बेगुसराय के सिविल सर्जन बंधक बनाय गए:सुशासन में देखिये यह तमाशा
मोटी रकम लेकर किये गए स्थानांतरण पदस्थापन को रद करें नहीं तो सीएस साहब आपको यहां के कर्मचारी जेल भेज देंगे। आपके कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। किसी भी मेडिकल सर्टीफिकेट बनाने में दो हजार से पांच हजार रूपए तक लिए जा रहे हैं। यहां तक कि कर्मचारियों के वेतन भुगतान में भी सिविल सर्जन द्वारा राशि मांगे जाने का आरोप बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के शिष्टमंडल ने सिविल सर्जन डा। मदन लाल अग्रवाल से वार्ता के दौरान प्रकोष्ठ में कही। शिष्टमंडल में कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री शशिकांत राय, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अरुण कुमार सिंह, अध्यक्ष श्रीमती कृष्णा कुमारी, योगेन्द्र झा, कालीकांत साह सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने अपनी मांगों को ले घंटों सीएस को कार्यालय में बंधक बनाए रखा। इस क्रम में पद धारक कर्मचारियों के स्थानांतरण को रद करते हुए 17 जुलाई तक पत्र निर्गत करने की मांग की। कर्मचारी नेताओं ने सीएस को घेर कर घंटो जलील किया। सीएस और शिष्टमंडल के बीच कई बार हाथापायी की स्थिति बनती रही। शिष्टमंडल के नेता शशिकांत राय ने कहा कि डा. मदन लाल अग्रवाल अब तक सीएस में सर्वाधिक भ्रष्ट हैं। वहां उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मियों ने सीएस द्वारा रात के दस बजे तक कार्यालय चलाने का कड़ा विरोध किया। सीएस अवैध वसूली के लिए देर रात तक कार्यालय में डटे रहते हैं तथा कर्मियों को परेशान करते हैं। जिसका सभी कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया। इस मुद्दे पर सिविल सर्जन डा. अग्रवाल ने कर्मचारियों के हो-हंगामा की पुष्टि करते हुए कहा कि नेतागण अनावश्यक रूप से दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। नेतागिरी के नाम पर कई कर्मचारी अपने पद पर वर्षो से डटे हैं उन्हें ही हटाया गया है। साभार:दैनिक जागरण
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 12:16 AM 0 टिप्पणियाँ
Tuesday, July 15, 2008
थैंक्यू नवभारत टाइम्स, मुंबई- करूणाकर के लिए ''भड़ास'' की मुहिम को सराहा
प्रस्तुतकर्ता Anonymous पर 8:16 AM 0 टिप्पणियाँ